1.1.64 |
अचोऽन्त्यादि टि | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.64 |
1.1.65 |
अलोऽन्त्यात् पूर्व उपधा | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.65 |
1.1.66 |
तस्मिन्निति निर्दिष्टे पूर्वस्य | |
परिभाषा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.66 |
1.1.67 |
तस्मादित्युत्तरस्य | |
परिभाषा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.67 |
1.1.68 |
स्वं रूपं शब्दस्याशब्दसंज्ञा | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.68 |
1.1.69 |
अणुदित् सवर्णस्य चाप्रत्ययः | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.69 |
1.1.7 |
हलोऽनन्तराः संयोगः | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.7 |
1.1.70 |
तपरस्तत्कालस्य | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.70 |
1.1.71 |
आदिरन्त्येन सहेता | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.71 |
1.1.72 |
येन विधिस्तदन्तस्य | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.72 |
1.1.73 |
वृद्धिर्यस्याचामादिस्तद् वृद्धम् | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.73 |
1.1.74 |
त्यदादीनि च | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.74 |
1.1.75 |
एङ् प्राचां देशे | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.75 |
1.1.8 |
मुखनासिकावचनोऽनुनासिकः | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.8 |
1.1.9 |
तुल्यास्यप्रयत्नं सवर्णम् | |
संज्ञा |
https://ashtadhyayi.com/sutraani/1.1.9 |